संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ ब्रह्माकुमारीज़ का क्या सम्बन्ध है?
ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय (BKWSU) भारत में अपने मुख्यालय के साथ विश्व के 110 देशों में अपने सेवाकेन्द्रों के नेटवर्क द्वारा फैला हुआ है। और इसे एक अन्तर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद के साथ जनरल सलाहकार का दर्जा के साथ मान्यता प्राप्त है।
युनाइटेड नेशन के साथ ब्रह्माकुमारीज़ का सम्बन्ध कितना पुराना है?
DPI के साथ ब्रह्माकुमारीज़ के साथ 1980 में जुड़ी। ECOSOC के साथ 1983 में, UNICEF के साथ 1987 UNFCC के साथ 2009 और UNEP के साथ 2014 में जुड़ी।
ब्रह्माकुमारीज़ का लक्ष्य और उद्देश्य क्या है और उस आधार पर उनकी क्या गतिविधियाँ चलती हैं?
व्यक्तिगत, सामाजिक और वैश्विक संदर्भ में आध्यात्मिकता और नैतिकता से जुड़ी बातों को स्पष्ट करना, अपने कर्तव्य और जिम्मेदारियों के प्रति महानतम् जागृति को बढ़ावा देना, स्थायी मानव केन्द्रित विकास को बढ़ावा देना, आर्थिक, सामाजिक, प्राकृतिक और मानव के सर्वांगीण स्वास्थ्य कल्याण में सहायक होकर लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।
संयुक्त राष्ट्र के कार्यों में ब्रह्माकुमारीज़ किस प्रकार से सहयोग देती है
संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्य और सिद्धान्तों को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता का कार्य; वृत्ति, दृष्टि कृत्ति के द्वारा सहस्त्राब्धि विकास के लक्ष्य के क्षेत्र में सहयोग, सतत विकास के लक्ष्य, पर्यावरण परिवर्तन, खाद्य संकट, लैंगिक समानता, वैश्विक जन सामान्य का स्वास्थ्य, मनुष्य निर्मित आपात स्थिति, मानव अधिकार, महिला, बच्चे, युवा, अन्तर्राष्ट्रीय दिवस और दशक।
संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों, तैयारी समिति की बैठकों, आयोगों में भाग लेना: मौखिक और लिखित बयान पेश करना; समानांतर घटनाओं की मेजबानी; एनजीओ समितियों और ग्रुप बैठकों के साथ काम करना।
पिछले अनेक वर्षों में संयुक्त राष्ट्र के कौन से सम्मेलनों में ब्रह्माकुमारीज़ ने सहभागिता ली है?
80वें दशक में संयुक्त राष्ट्र के अनेक आउटरीच प्रोजेक्ट, जिसमें द मिलियन मिनट आफ पीस अपील, और ग्लोबल कोआपरेशन फार ए बेटर वर्ल्ड जैसे प्रोजेक्ट में बढ़चढ़कर सहभाग लिया।
90 के दशक में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित लगभग सभी सम्मेलनों ने ब्रह्माकुमारीज़ का सहभाग रहा जिसमें कई सम्मेलन और वार्ता जिसमें बढ़ती उम्र, सतत विकास, अर्थ सम्मिट, इन्फारमेशन सोसाइटी, महिला, सिविल सोसाइटी, डिसेन्ट वर्क, मानव अधिकार, सामाजिक विकास, जातिवादिता के विरोध में सम्मेलन, जातीय भेदभाव, विद्वेष और असहिष्णुता से सम्बन्धित, मानव बस्तियाँ, आध्यात्मिक और धार्मिक नेता, स्वास्थ्य और युवा।
वर्ष 2000 में ब्रह्माकुमारीज़ ने सहस्त्राब्धि विकास लक्ष्यों पर अपना ध्यान केन्द्रित रखा
2009 से ब्रह्माकुमारीज़ ने अपना ध्यान पर्यावरण पर केन्द्रित रखते हुए सम्मेलनों में भाग लिया :
पर्यावरण परिवर्तन
पर्यावरण परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की फ्रेमवर्क कान्फ्रेस (UNFCCC) विभिन्न दलों की कान्फ्रेन्स (COP)
United Nations Framework Conference on Climate Change (UNFCCC) Conference of Parties (COP)
इनमें ब्रह्माकुमारीज ने विभिन्न सत्रों में सहभाग लिया, स्टेटमेन्ट्स लिखें, अन्य गतिविधियों को संचालित किया, प्रदर्शनी, प्रेस कॉन्फ्रेन्सेस साथ-साथ सम-सामयिक गतिविधियों में शामिल हुई, जैसे स्थानीय समुदाय, विश्व विद्यालय और व्यावसायिकों के बीच शामिल हुई।
- COP 15 दिसम्बर 2009, कोपनहेगन, डेनमार्क
- COP 16 नवम्बर/दिसम्बर 2010, कनकुन, मैक्सिको
- COP 17, नवम्बर/दिसम्बर 2011, डर्बन, दक्षिण अफ्रीका
- COP18, नवम्बर/दिसम्बर 2012, दोहा, कतर
- COP 19, नवम्बर 2013, वर्सुवा, पोलैण्ड
- COP 20, दिसम्बर 2014, लिमा, पेरू
- COP 21, दिसम्बर 2015, पैरिस फ्रान्स
- 2010 से वार्षिक रूप से Bonn पर्यावरण परिवर्तन सम्मेलन में
संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय न्यूयॉर्क सितम्बर 2014 में पर्यावरण परिवर्तन शिखर वार्ता और साथ-साथ अन्तर्राजातीय पर्यावरण परिवर्तन शिखरवार्ता, अन्तर्राजातीय प्रस्ताव में ब्रह्माकुमारीज़ सह हस्ताक्षरकर्ता थी।
युवाओं का सम्मेलन (COY)
हर वर्ष COP से पहले युवाओं का सम्मेलन (COY) किया जाता है। COY का आयोजन विभिन्न युवा संगठनों के द्वारा किया जाता है। जिनका जो दृढ़ता से पर्यावरण सम्बन्धी गतिविधियों में शामिल रहते हैं जिनमें YOUNGO जो UNFCCC की युवा शाखा है। हमारे ब्रह्माकुमारीज़ के संयुक्त राष्ट्र से जुड़े हुए युवा प्रतिनिधियों द्वारा भी इन सम्मेलनों के आयोजनों में पिछले दो वर्षों से विशेष भूमिका निभाई गई है। और उन्होंने COY 7, 8, 9, 10 और 11 (2010 से 2015) में सहभाग लिया है।
सतत विकास
संयुक्त राष्ट्र का सतत विकास पर सम्मेलन (Rio+20)
- लैटिन अमेरिका और करेबियन, एशिया पेसिफिक क्षेत्र, अफ्रीका क्षेत्र भागीदार और यूरोप में क्षेत्रीय सहभागिता
- सतत विकास पर आधारित Rio+20 संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन, 20-22 जून 2012, रियो ब्राजील – लिखत वक्तव्य, समानान्तर गतिवधियाँ और प्रदर्शनी
- Rio+20 पीपल्स सम्मिट, 15 से 23 जून 2012, Rio, ब्राजील – चर्चा सत्र और प्रदर्शनी
संयुक्त राष्ट्र का सतत विकास पर शिखरवार्ता 2015, 25 से 27 सितम्बर 2015, न्यूयॉर्क
- 2015 के बाद आयोजित की गई सतत विकास के कार्य को गोद लेने हेतु उच्च स्तरीय महासभा में बैठक बुलाई गई, जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ शामिल हुई।
जैव विविधता
जैविक विविधता पर विभिन्न दलों की कॉन्फ्रेन्स को बुलाया गया।
- COP 11, अक्टूबर 2012, हैदराबाद, भारत
- COP12, अक्टूबर 2014, पियांगचोंग, दक्षिण कोरिया
विश्वभर के लोगों तक संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यक्रमों को पहुंचाने हेतु ब्रह्माकुमारीज़ ने कौनसे विशेष प्रोजेक्ट में सहयोग दिया?
संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यक्रम जो लोगों के जीवनक्रम और वास्तविक्ताओं से जुड़े हुए हैं, उनकी वैश्विक स्तर पर जागृति लाने और अमल में लाने हेतु ब्रह्माकुमारीज़ ने पहल की है।
- मिलियन मिनट्स आफ पीस अपील कार्यक्रम को 1986 में अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति वर्ष में सम्पन्न किया गया। जिसके लिए ब्रह्माकुमारीज़ को उनके विशेष सहयोग के लिए शान्ति दूत का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- ग्लोबल कोआपरेशन फार ए बेटर वर्ल्ड, शान्ति के सन्देश वाहक के रूप में पहल। 1986 के दौरान आयोजित किये गये कार्यक्रमों का यह एक पीठ करने वाला कार्यक्रम था। जो 129 देशों के लोगों तक पहुंचा जिसमें उन्हें अपने बेहतर विश्व के कल्पनाओं को साझा करने का मौका मिला। जिसे एक किताब, विजन फार ए बेटर वर्ल्ड के रूप में बाद में छापा गया।
- बेहतर विश्व निर्माण के लिए मूल्यों का वरदान कार्यक्रम को संयुक्त राष्ट्र संघ के 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित किया गया, जिसमें लोगों को अपने आपमें मूल्यों को पहचानने के लिए कहा गया और स्वयं के जीवन के साथ अपने देश के प्रति उसके महत्व को महसूस करने के लिए प्रेरित किया गया है। इस कार्यक्रम पर आधारित एक किताब बनाई गई जिसका नाम है, लिविंग वैल्यूज: ए गाइड बुक, जिसे ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा यूएन 50 को समर्पित किया गया। (BKIS1955)
- ब्रह्माकुमारीज़ और यूनीसेफ द्वारा मिलकर लिविंग वैल्यूज, शैक्षणिक कार्यक्रम की पहल की गई जिसके लिए द लिविंग वैल्यूज : ए गाईड बुक एण्ड द कन्वेन्शन ऑन द राइट्स ऑफ द चाइल्ड का संदर्भ लिया गया है।
- शान्ति की संस्कृति और अहिंसा के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक दशक। विश्व विद्यालय ने UNESCO के साथ भागीदारी में समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ का `मैसेन्जर फॉर मैनीफेस्टो 2000' के रूप में सहयोग रहा। जिसे मैनीफेस्टो 2000 के रूप में अति सक्रियता के साथ प्रचारित और प्रसारित किया गया। जिसमें लगभग 37 लाख से अधिक प्रतिज्ञा पत्र पर हस्ताक्षर के साथ उनको जीवन में अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। विश्व विद्यालय ने 51 देशों में फ्लैगशिप अपनाकर शान्ति की संस्कृति कार्यक्रम के अन्तर्गत सिद्धान्त और मूल्यों को प्रचार और प्रसारित करने हेतु अनेकानेक सम्मेलन और कार्यशालाओं का आयोजन किया।
संयु क्त राष्ट्र संघ के कार्यक्रमों को सहयोग करने हेतु वर्तमान समय किन-किन गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है?
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पूरे वर्ष में निश्चित किये गये विशिष्ठ दिवस
- अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च)
- अन्तर्राष्ट्रीय आनन्द दिवस, (20 मार्च)
- विश्व स्वास्थ्य दिवस (7 अप्रैल)
- विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून)
- अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति दिवस (21 सितम्बर)
- अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस (12 अगस्त)
- अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (1 अक्टूबर)
- अन्तर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस (2 अक्टूबर)
- संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस (24 अक्टूबर)
- अन्तर्राष्ट्रीय सहनशीलता दिवस (16 नवम्बर)
- यातायात में घायल व्यक्तियों की अन्तर्राष्ट्रीय स्मृति दिवस (नवम्बर मास का तीसरा रविवार)
- मानवाधिकार दिवस (10 दिसम्बर)
हफ्ते इस तरह से
- विश्व सर्व धर्म सम भाव सप्ताह (1 से 7 फरवरी)
- संयुक्त राष्ट्र संघ वैश्विक यातायात सुरक्षा सप्ताह (23 से 29 अप्रैल)
दशक इस प्रकार
- विश्व भर के बच्चों प्रति शान्ति की संस्कृति और अंहिसा अन्तर्राष्ट्रीय दशक (2001 से 2010)
- संयुक्त राष्ट्र संघ का सर्व के लिए सतत ऊर्जा दशक (2014 से 2024)
- संयुक्त राष्ट्र संघ का यातायात सुरक्षा सम्बन्धी गतिविधि दशक (2011 से 2020)
- संयुक्त राष्ट्र संघ का जैव विविधता दशक (2011 से 2020)
अन्य गतिविधियों में समावेश
- लैंगिक समानता और महिलाओं की स्थिति पर आयोग के माध्यम से युवा महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
- अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर संगठन के सभ्य कार्य एजेण्डे को समर्थन करते हुए सभ्य कार्य के आध्यात्मिक पहलू को विश्व भर में प्रसारित करने की पहल।
- पर्यावरणीय स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए अक्षय ऊर्जा पर अनुसंधान एवं विकासकार्य (insert link to http://www.india-one.net/)
- ब्रह्माकुमारीज़ अपने संगठन में विशेष जागृति तथा अन्य के साथ भागीदारी करते हुए उनके द्वारा आयोजित चर्चा सत्र में सहभागिता और संयुक्त राष्ट्र संघ के सम्मेलनों में सहभाग लेकर स्थानीय स्तर पर पहल करती है। ( www.eco.brahmakumaris.org)
- वर्ल्ड रिन्युअल स्पी्रचुअल ट्रस्ट (WRST) आबू रोड राजस्थान के द्वारा UNDP-GEF के सहयोग से और नवीनीकरण एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा सोलार जनित गर्म ऊर्जा प्रोजेक्ट को अपनाकर पहल करते हुए जागृति एवं प्रशिक्षण केन्द्र को संचालित किया जा रहा है। http://www.cshindia.in http://www.india-one.net/CSTCenter.html
- ग्लोबल हास्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर के माध्यम से शिशु मृत्यु दर में कमी और जननी सुरक्षा योजना का चलाना। (insert link to http://www.ghrc-abu.com/).
- विश्व स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जानकी फाउण्डेशन के साथ भागीदारी में स्वास्थ्य सुरक्षा क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत और संगठनात्मक विकास हेतु "स्वास्थ्य सुरक्षा क्षेत्र में मूल्य : एक आध्यात्मिक आयाम" कार्यक्रम।(insert link to http://www.jankifoundation.org/).
- समय की पुकार चर्चा सत्रों की श्रृंखला : जिसका यूके के ऑक्सफोर्ड में वार्षिक रूप से आयोजन किया जाता है जिसके द्वारा विभिन्न मुद्दों एवं विषयों का प्रतिनिधित्व करने वाले युवा नेताओं को एकत्र किया जाता है। उनको आपस में जोड़ने वाला दोहरा घेराव होता है - आध्यात्मिकता और धर्मनिर्पेक्षता।
- फ्यूचर ऑफ पॉवर – यह एक वार्तालाप की ऐसी श्रृंखला है जिसमें आने वाले समय में शक्ति का रूपान्तरण कैसे होगा और उसका 21वीं शताब्धी में नेतृत्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा इस पर चर्चा की जाती है। (http://futureofpower.org/).
Focus for 2015-2030
संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा एक नया विकसित एजेण्डा बनाया गया है जिसमें वैश्वीकरण और परिवर्तन पर जो दिया गया है - सतत् विकास के लक्ष्य (SDGs), जो सामूहिक रूप से गरीबी उन्मूलन, जीवन को बदलने और पृथ्वी संरक्षण के लक्ष्य को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा सितम्बर 2015 में एडाप्ट किया गया।
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