हम हरेक अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और सपने देखते हैं कि हमेशा पर्याप्त धन हो, समय, ऊर्जा, काम, मित्र-सम्बन्धी और ऐसे ही सबकुछ सहज रहे। दशकों से हमारे पास अपनी मेहनत को कम करने के कई मार्ग उपलब्ध हैं फिर भी हम कहते हैं कि हम थक गये हैं। आजकल हम सभी ऊर्जा के प्रति सचेत हो गये हैं और साथ-साथ अपनी ऊर्जा व्यय भी कर रहे हैं। क्या हो गया है, क्या यह सब हमारे मन में ही है?
समय बदल रहा है
अब समय आ चुका है कि हमारे जीवन में जो कुछ भी अनावश्यक है उसे समेट लें। हमारे स्वभाव में ही था कि हम हर चीज को उलझा देते थे। अब हमें हर चीज को सरल करना होगा। कोई भी चीज हमारे पास अतिरिक्त मात्रा में है तो हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम उसे सही तरीके से इस्तेमाल करें। वर्तमान समय के महत्व को हमें समझना होगा। अब हमें दु:ख लेना और देना बन्द करना होगा और केवल खुशी का ही आदान-प्रदान करना होगा। इसी को आध्यात्मिक शक्ति कहा जाता है।